वेश में
मन को साफ़ रखना तुम बंधु ,
किसी के दिल में बसना है तो ,
गाँठ लगा धागा कभी नहीं ,जा सकता सुईं के छेद में ||
प्यार बसा लेना मन में अपने ,
बस जाओगे दिल में तुम ,
नन्हां प्यार सरक जाएगा ,सुईं के छेद में ||
ओढ़नी प्यार की लिपटी होगी ,
काँधे पर जो तेरे ,
सुंदर सबसे तुम्हीं लगोगे ,प्यार के उस वेश में ||
होठों पर मुस्कान लिए जब ,
तुम बोलोगे मीठे बोल ,
तोल -मोल का भाव ही ऊँचा ,हो जाएगा देश में ||
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