जिंदादिली
जिंदगी को जिंदादिली से बिताइए ,
बचपन को संजो लीजिए ,
तभी तो जीवन मुस्कुराएगा ,
बचपन जब खिलखिलाएगा ||
हर राह में फूल महक जाएँगे ,
और तितलियाँ फड़फड़ाएँगी ,
जब गुलशन में बहार आएगी ,
और कलियाँ खिल जाएँगी ||
बचपन के खिलखिलाने से ,
जिंदगी आसानी से बीतती जाएगी ,
और बढ़ती उम्र भी सिर्फ ,
एक नंबर मात्र रह जाएगी ||
नंबर के बढ़ने से कोई भी ,
फर्क नहीं पड़ेगा बंधु ,
जिंदगी सारी की सारी ,
सुकून से कट जाएगी ||
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