Tuesday, February 13, 2024

SHAARDE MAAN ( AADHYAATMIK )

 

                         शारदे माँ 

 

हे शारदे माँ ,हे शारदे माँ ,ज्ञान दे ,वरदान दे ,

मेरी लेखनी में तू ,प्राण भर दे || 

 

सागर को बना के स्याही ,लेखनी में भर दे ,

लेखनी  चलती ही जाए  ,कभी ना निष्प्राण हो || 


मन के विचारों में ,नए - नए शब्द तो दे ,

कभी तो अपनी वीणा की ,माँ झंकार सुनवा दे || 


जीवन की अंतिम साँस तक ,चलती रहे मेरी लेखनी ,

मुझको ये शक्ति ,ऐसा ही आशीर्वाद ,ऐसा ही वरदान दे || 


मेरे शब्द हों सीमा रहित ,

मेरे शब्द हों डूबे हों डूबे ,प्यार की चाशनी में ,

मेरे शब्द मददगार हों ,

उनके लिए जो ,जिंदगी से बेजार हों ,

ऐसी ही प्रेरणा मुझको दे ,

कभी तो वीणा की झंकार सुनवा दे || 


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