Thursday, February 1, 2024

SAPANE MEIN SAAGAR ( RATNAAKAR )

 

                          सपने में सागर 


सपने में आया था सागर ,वो तो मेरा है दोस्त ,

" द्वार खोल दे ओ -सखि मेरी ,अंदर मुझे बुला ले तू ",

" अगर डर रही है सखि मेरी ,बाहर को ही आ जा तू ",

" अंदर सब पानी होगा ,इसी बात से तू डरती ",

  जल्दी बाहर आ ,देर तू ही है क्यों करती "??


" मुझ में छिपे रत्नों को देख ,जो पसंद हों ले ले तू ",

तू तो है सखि मेरी ,रत्नों का भंडार समेट ले तू ",

" रत्नाकर है दोस्त तेरा ,मेरी दौलत भी तेरी है "| | 


" जीवन में बँटवारा ना हो ,दोस्तों की दुनियाहै ये ",

" चल आ लहरों के संग खेल ",

" प्यार तुझे करती हैं सब ,जीवन में तो प्यार की दौलत ",

" प्यार ही  दुनिया ,प्यार की दुनिया ,प्यार में दुनिया "||   

 

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