सपने में सागर
सपने में आया था सागर ,वो तो मेरा है दोस्त ,
" द्वार खोल दे ओ -सखि मेरी ,अंदर मुझे बुला ले तू ",
" अगर डर रही है सखि मेरी ,बाहर को ही आ जा तू ",
" अंदर सब पानी होगा ,इसी बात से तू डरती ",
जल्दी बाहर आ ,देर तू ही है क्यों करती "??
" मुझ में छिपे रत्नों को देख ,जो पसंद हों ले ले तू ",
तू तो है सखि मेरी ,रत्नों का भंडार समेट ले तू ",
" रत्नाकर है दोस्त तेरा ,मेरी दौलत भी तेरी है "| |
" जीवन में बँटवारा ना हो ,दोस्तों की दुनियाहै ये ",
" चल आ लहरों के संग खेल ",
" प्यार तुझे करती हैं सब ,जीवन में तो प्यार की दौलत ",
" प्यार ही दुनिया ,प्यार की दुनिया ,प्यार में दुनिया "||
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