Wednesday, February 28, 2024

APNON KE LIE ( PREM )

 

                              अपनों के लिए 


जिंदगी खुशहाल ही बीते तुम्हारी ,

छन - छन छनकती जाए मुस्कान तुम्हारी ,

फूलों से भरें सभी राहें तुम्हारी || 


हर भोर का सूरज हो सुनहरा ,

हर रात हो चाँदनी सी उजाली ,

पूरा चाँद मुस्काए ,खिड़की पे तुम्हारी || 


कदमों के नीचे सफलताएँ बिछी हों ,

मंजिलें तुम्हारे द्वारे पर रुकी हों ,

दुनिया की हर ख़ुशी हो ,झोली में तुम्हारी || 


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