काल्पनिक युद्ध
धरती पर विभिन्न देशों के बीच ,
कहीं युद्ध होता है ,कहीं मेल होता है ,
अपने - अपने फायदे के लिए ,कभी युद्ध में जुट जाते हैं ,
कभी हाथ मिला कर ,दोस्त बन जाते हैं |
ये तो देशों की वास्तविक स्थिति है ,हमारे अंदर भी ,
युद्ध जैसी स्थिति उत्पन्न हो जाती है ,
कैसे ? किसके बीच ? और क्यों ?
हमारे दिल और दिमाग में ,युद्ध शुरु हो जाता है ,
दिमाग की सोच अलग ,पूरी तरह तर्कों से भरी ,
उथल - पुथल दिमाग में चलती रहती ,
दिल की सोच भरी होती भावों से ,सारे ही कोमल भाव ,
ऐसे में दिल और दिमाग में ,एक युद्ध ही चलता रहता |
अलग - अलग सोच के कारण ,
दोनों में युद्ध तो चलता है ,
मगर यह युद्ध ,काल्पनिक होता है ,
पूरी तरह काल्पनिक युद्ध ||
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