Tuesday, September 5, 2023

BADARAA KAHE PUKAAR KE ( JALAD AA )

 

                बदरा कहे पुकार के 


नभ में छाए बदरा ,खूब घने भई खूब घने ,

बदरा बरसे जोर से ,खूब घने भई खूब घने | 


गर्जन जोआई बदरा की ,वह बोली जोर से ,

आओ - आओ बाहर तुम ,बदरा तुम्हें बुलाता है ,

देखो नजारा बरखा का ,बदरा दामिनी का मेल ,

उनकी चमक और ,गर्जन का खेल | 


सब मिल कर तुम्हें पुकार रहे ,आओ बाहर आओ ,

खेल हमारे में ,तुम शामिल हो जाओ ,

सुन लो हमारी पुकार को ,देखो इस बहार को ,

बरखा ,बदरा का हाथ पकड़े ,

नीचे आई तुम्हें प्यार देने ,तुम भी दो इन्हें थोड़ा प्यार | 


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