बदरा कहे पुकार के
नभ में छाए बदरा ,खूब घने भई खूब घने ,
बदरा बरसे जोर से ,खूब घने भई खूब घने |
गर्जन जोआई बदरा की ,वह बोली जोर से ,
आओ - आओ बाहर तुम ,बदरा तुम्हें बुलाता है ,
देखो नजारा बरखा का ,बदरा दामिनी का मेल ,
उनकी चमक और ,गर्जन का खेल |
सब मिल कर तुम्हें पुकार रहे ,आओ बाहर आओ ,
खेल हमारे में ,तुम शामिल हो जाओ ,
सुन लो हमारी पुकार को ,देखो इस बहार को ,
बरखा ,बदरा का हाथ पकड़े ,
नीचे आई तुम्हें प्यार देने ,तुम भी दो इन्हें थोड़ा प्यार |
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