दिल खोल के
खुशियाँ बाँटने से बढ़ती हैं ,
मुस्कानें ठहाकों को जन्म देती हैं ,
दिल खोल के बाँटो खुशियाँ ,जोर से लगाओ ठहाके ,
तभी तो प्रकृति भी खिलखिलाएगी |
दूजों को खुश रखोगे तुम ,
तो रह पाओगे खुश तुम ,
साथ में खुद भी खुश रहो दोस्तों ,
यदि तुम खुश नहीं तो क्या ?
दूजों को खुश रख पाओगे तुम ?
खुश रहने का क्या अर्थ है दोस्तों ?
कि ग़म और परेशानियाँ सब दूर हो गए ,
खुश रहने का अर्थ है दोस्तों ,कि हर हाल में ,
उन हालात से ऊपर उठ गए हो तुम ,
और खुश खुश रहना सीख लिया है |
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