Saturday, August 5, 2023

TAPARI MEIN ( CHANDRAMA )

 

                                 टपरी में 


रिमझिम बरखा बरसी है ,चंदा आजा छतरी में ,

तू क्यों भीगे बरखा में , चंदा आजा छतरी में ? 


भीगेगा जो तू चंदा , बीमार तू पड़ जाएगा ,

भीगेगा जो तू चंदा ,जुकाम तुझे हो जाएगा ,

बच जा तू इस झंझट से ,चंदा आजा छतरी में | 


बरखा का पानी ठंडा ,सर्दी तुझे लग जाएगी ,

तेज - तेज सी बरखा ये ,तुझे नुकसान पहुँचाएगी ,

बच जा तू इस हानि से ,चंदा आजा छतरी में | 


आजा गर्म चाय तू   पी ,सर्दी दूर हो जाएगी ,

कड़क चाय की एक प्याली ,स्वास्थ्य तुझे दिलवाएगी ,

इसीलिए तो कहती हूँ ,आजा तू मेरी टपरी में ,

आजा तू मेरी छतरी में ,आजा तू मेरी टपरी में | 


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