Sunday, August 6, 2023

SHABD SNEH KE ( PREM )

 

              शब्द स्नेह के 


स्नेह के कुछ शब्द ,जो उसने कहे नहीं ,

उन अनकहे शब्दों को ,जो ज़ुबां मिल जाती ,

तो कानों में रस टपकता ,

और दिल की कली खिल जाती | 


प्रेम के कुछ धागे ,जो उसने बुने नहीं ,

उन धागों को बुन लेने से ,

अपना आशियाना सज जाता ,

चमन फूलों से भर जाता | 


आज भी जो वो बोल दे ,

उन शब्दों को जुबां दे दे ,

तो जीवन महक जाएगा,

प्यारा और सुंदर सा  इंद्रधनुष भी छा जाएगा  | 


 

         

 

 

 

 

 

 

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