धुंधला
धुंधला गयीं हैं मंजिलें ,धुंधला गए हैं रास्ते ,
धुंध छायी है यहाँ , धुंधला गया है ये समां ॥
धुंधला गया है चाँद भी , तारे भी धुंधले से हैं ,
धुंधला गयी है चंदनिया , धुंधला सा है ये आसमां ॥
चहचहाहट है चहकती , आसमां में पंछियों की ,
धुंधले हैं रंग पंछियों के , तभी तो , पंछियों का है धुंधला कारवां ॥
धुंधला गयी है बयार भी , मेघों की घटा भी धुंधली सी है ,
दामिनी चमकी है धुंधली सी , धुंधला सा ही है बूँदों का कारवां ॥
धुंधले से रास्तों में , कदम चल पड़े हैं धीरे - धीरे ,
उनकी आहट इतनी धीमी है , मानो आहट भी गयी है धुंधला ॥
धुंधले से इस मौसम में , कलियाँ चटकतीं हैं धीरे ,
फूल खिल - खिल कर कह रहे , बहार यहाँ आती है बागबां ॥
धुंधला गयीं हैं मंजिलें ,धुंधला गए हैं रास्ते ,
धुंध छायी है यहाँ , धुंधला गया है ये समां ॥
धुंधला गया है चाँद भी , तारे भी धुंधले से हैं ,
धुंधला गयी है चंदनिया , धुंधला सा है ये आसमां ॥
चहचहाहट है चहकती , आसमां में पंछियों की ,
धुंधले हैं रंग पंछियों के , तभी तो , पंछियों का है धुंधला कारवां ॥
धुंधला गयी है बयार भी , मेघों की घटा भी धुंधली सी है ,
दामिनी चमकी है धुंधली सी , धुंधला सा ही है बूँदों का कारवां ॥
धुंधले से रास्तों में , कदम चल पड़े हैं धीरे - धीरे ,
उनकी आहट इतनी धीमी है , मानो आहट भी गयी है धुंधला ॥
धुंधले से इस मौसम में , कलियाँ चटकतीं हैं धीरे ,
फूल खिल - खिल कर कह रहे , बहार यहाँ आती है बागबां ॥