मेरे मेघा
उड़ते जाते मेघा मेरे ,
थक जाते हो लगा के फेरे ,
दूर देश तक तुम हो जाते ,
नहीं कभी विश्राम हो पाते ||
आओ - आओ बैठो तुम ,
थोड़ा सा आराम लो तुम ,
रुक जाओगे गर तुम तो ,
पाओगे नई ऊर्जा तुम ||
मैं हूँ दोस्त तुम्हारा मेघा ,
पर्वत हूँ एक जगह खड़ा ,
तुम बैठोगे या लेटोगे ,
पा जाओगे विश्राम बड़ा ||
तुम कोमल फाहे रुई के ,
मैं तो बड़ा , कड़ा , कठोर ,
रुक जाओ जो साथ मेरे ,
बातों का नहीं होगा ठौर ||
तुम अपने दिल की कहना ,
मैं अपना कुछ हाल सुनाऊँ ,
तुम तो बहुत गरजते मेघा ,
मैं तो कुछ भी बोल न पाऊँ ||
रोज - रोज हम मिलते दोनों ,
प्यार हमारा बढ़ता जाता ,
जो भी हमको देखे मेघा ,
प्यार देख मुस्काता जाता ||
मुस्कानें सबकी बढ़ती हैं ,
साथ हमारी हँसी खिली ,
तेरी मेरी मुस्कानों से ,
जग को नई तरंग मिली ||
उड़ते जाते मेघा मेरे ,
थक जाते हो लगा के फेरे ,
दूर देश तक तुम हो जाते ,
नहीं कभी विश्राम हो पाते ||
आओ - आओ बैठो तुम ,
थोड़ा सा आराम लो तुम ,
रुक जाओगे गर तुम तो ,
पाओगे नई ऊर्जा तुम ||
मैं हूँ दोस्त तुम्हारा मेघा ,
पर्वत हूँ एक जगह खड़ा ,
तुम बैठोगे या लेटोगे ,
पा जाओगे विश्राम बड़ा ||
तुम कोमल फाहे रुई के ,
मैं तो बड़ा , कड़ा , कठोर ,
रुक जाओ जो साथ मेरे ,
बातों का नहीं होगा ठौर ||
तुम अपने दिल की कहना ,
मैं अपना कुछ हाल सुनाऊँ ,
तुम तो बहुत गरजते मेघा ,
मैं तो कुछ भी बोल न पाऊँ ||
रोज - रोज हम मिलते दोनों ,
प्यार हमारा बढ़ता जाता ,
जो भी हमको देखे मेघा ,
प्यार देख मुस्काता जाता ||
मुस्कानें सबकी बढ़ती हैं ,
साथ हमारी हँसी खिली ,
तेरी मेरी मुस्कानों से ,
जग को नई तरंग मिली ||
No comments:
Post a Comment