मेरे हमदम
झोंका आया प्यार का ,
सपनों की झंकार का ,
रंगीन सपना मधुर सजा ,
बीना के एक तार सा ।
प्यार सजा धीरे - धीरे ,
अंजुरी में हौले - हौले ,
तेरे स्वागत में सनम आज ,
झनका मन का तार सा ।
तू जो चाहे मैं वो गाऊँ ,
तेरे दिल को धड़काऊँ ,
पंचम स्वर हो या सप्तम स्वर ,
हर स्वर बने सितार सा ।
हर गीत तुझी से सजता है ,
हर बीना की झंकार तुही ,
तेरे मीठे बोलों से ही ,
हर स्वर बजे सितार सा ।
गुलशन की है आन तुही ,
फूलों की मुस्कान तुही ,
जगमग चाँदी सी रातों में ,
चमके गगन में चाँद सा ।
चमके तारे यूँ अम्बर में ,
चमके तेरा सौभाग्य सदा ,
तू ही तो मेरा हमदम है ,
माथे पे सजे एक ताज सा ।
झोंका आया प्यार का ,
सपनों की झंकार का ,
रंगीन सपना मधुर सजा ,
बीना के एक तार सा ।
प्यार सजा धीरे - धीरे ,
अंजुरी में हौले - हौले ,
तेरे स्वागत में सनम आज ,
झनका मन का तार सा ।
तू जो चाहे मैं वो गाऊँ ,
तेरे दिल को धड़काऊँ ,
पंचम स्वर हो या सप्तम स्वर ,
हर स्वर बने सितार सा ।
हर गीत तुझी से सजता है ,
हर बीना की झंकार तुही ,
तेरे मीठे बोलों से ही ,
हर स्वर बजे सितार सा ।
गुलशन की है आन तुही ,
फूलों की मुस्कान तुही ,
जगमग चाँदी सी रातों में ,
चमके गगन में चाँद सा ।
चमके तारे यूँ अम्बर में ,
चमके तेरा सौभाग्य सदा ,
तू ही तो मेरा हमदम है ,
माथे पे सजे एक ताज सा ।