नन्हीं कलियाँ
हरी - भरी है धरा निराली , शुभ्र , स्वच्छ बदरा की छाया ,
कली - कली मुस्काती नीचे , ऊपर रवि की बिखरी माया ।
प्यार मधुर पनपा है उर में , पवन बही जाती है जग में ,
साथ - साथ ही मेरा उर भी , देख चाँदनी को भरमाया ।
सुन बीना की मधुर झंकार , छिड़ जाते मादक से तार ,
इस मोहक से झंकृत सुर से , कलियों का उर भी सरसाया ।
प्यार भरा संगीत सुना तो , पवन बही लहरा - लहरा के ,
बदरा भी उड़ आए नीचे , कलियों को उसने सहलाया ।
बदरा के उर में बसी दामिनी , तड़ - तड़ , तड़ - तड़ शोर मचाया ,
प्यार दिखाने को बदरा ने , आ आगे रवि को भी छिपाया ।
नन्हीं बूँदें चलीं हैं बहकर , संग पवन के दूर - दूर तक ,
थामे हाथ पवन ने उनको , कलियों से जा उन्हें मिलाया ।
पवन और बूँदों का संग पा , झूम उठीं नन्हीं कलियाँ ,
खुशियों में डूबी कलियों ने , अपना सुन्दर रूप दिखाया ,
अपना सुन्दर रूप दिखाया , खुशबू से संसार रचाया ।
कलियों से ही सजी है बगिया , खिले फूल हैं रंग - बिरंगे ,
रंग - बिरंगी उडीं तितलियाँ , कली - कली पे , फूल - फूल पे ,
ये रंगीन पुष्प और तितली , इन्हीं ने बगिया को महकाया ।
हरी - भरी है धरा निराली , शुभ्र , स्वच्छ बदरा की छाया ,
कली - कली मुस्काती नीचे , ऊपर रवि की बिखरी माया ।
प्यार मधुर पनपा है उर में , पवन बही जाती है जग में ,
साथ - साथ ही मेरा उर भी , देख चाँदनी को भरमाया ।
सुन बीना की मधुर झंकार , छिड़ जाते मादक से तार ,
इस मोहक से झंकृत सुर से , कलियों का उर भी सरसाया ।
प्यार भरा संगीत सुना तो , पवन बही लहरा - लहरा के ,
बदरा भी उड़ आए नीचे , कलियों को उसने सहलाया ।
बदरा के उर में बसी दामिनी , तड़ - तड़ , तड़ - तड़ शोर मचाया ,
प्यार दिखाने को बदरा ने , आ आगे रवि को भी छिपाया ।
नन्हीं बूँदें चलीं हैं बहकर , संग पवन के दूर - दूर तक ,
थामे हाथ पवन ने उनको , कलियों से जा उन्हें मिलाया ।
पवन और बूँदों का संग पा , झूम उठीं नन्हीं कलियाँ ,
खुशियों में डूबी कलियों ने , अपना सुन्दर रूप दिखाया ,
अपना सुन्दर रूप दिखाया , खुशबू से संसार रचाया ।
कलियों से ही सजी है बगिया , खिले फूल हैं रंग - बिरंगे ,
रंग - बिरंगी उडीं तितलियाँ , कली - कली पे , फूल - फूल पे ,
ये रंगीन पुष्प और तितली , इन्हीं ने बगिया को महकाया ।
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