कश्ती - सागर
कश्ती -- मैं कागज की कश्ती सागर ,
तेरे घर ना आ पाऊँ ,
ऊँची - ऊँची लहरें तेरी ,
ऊँची - ऊँची लहरें तेरी ,
उनमें ना मैं समा पाऊँ ||
सागर -- पकड़ हाथ तू मेरा कश्ती ,
सागर -- पकड़ हाथ तू मेरा कश्ती ,
चलती चल तू मेरे साथ ,
लहरें तो मेरी बाँहें हैं ,
लहरें तो मेरी बाँहें हैं ,
मैं ले चलता तुझको घर ||
कश्ती -- पकड़ लिया ले हाथ तेरा ,
चल दी मैं तो तेरे संग ,
हाथ नहीं छोड़ूँगी तेरा ,
हाथ नहीं छोड़ूँगी तेरा ,
कहीं राह ना खो जाऊँ ??
सागर -- राह नहीं खोने दूँगा ,
मैं जो साथ चला तेरे ,
साथ - साथ हम चलते हैं ,
साथ - साथ हम चलते हैं ,
पहुँच जाएँगे मेरे घर ||
कश्ती -- लहरों पर चढ़कर सागर ,
प्यार उमड़ आया उन पर ,
प्यार जताती लहरें हैं ,
दिल मैं अपना खो जाऊँ ||
सागर -- मेरा प्यार सभी के पास ,
ये लहरें पहुँचाती हैं ,
आने वाले अतिथि को ये ,
पहुँचाती हैं मेरे घर ||
कश्ती -- सुंदर सा ये रस्ता है ,
प्यारा सा है साथ तेरा ,
क्या जाने इस रस्ते में ,
क्या जाने इस रस्ते में ,
सागर मैं ना खो जाऊँ ||
सागर -- नहीं - नहीं कश्ती ना - ना ,
खोने नहीं दूँगा तुझको ,
दोस्त हो गए हैं हम दोनों ,
दोस्त हो गए हैं हम दोनों ,
साथ - साथ पहुँचेंगे घर ||
कश्ती -- कितना और दूर जाना ,
तू तो बहुत बड़ा सागर ,
मैं हूँ नन्हीं सी कश्ती ,
मैं हूँ नन्हीं सी कश्ती ,
बहुत ना मैं थक जाऊँ ||
सागर -- अधिक दूर नहीं जाना है ,
थोड़ा रस्ता बाकी है ,
तुझे नहीं थकने दूँगा ,
तुझे नहीं थकने दूँगा ,
ले पहुँच गए मेरे घर ||
कश्ती -- इतना सुंदर तेरा द्वार ,
तेरा घर तेरा संसार ,
प्यारे - प्यारे साथी तेरे ,
प्यारे - प्यारे साथी तेरे ,
इन सबसे मैं मिल पाऊँ ||
सागर -- आ मिल सबसे मैं मिलवाऊँ ,
ये सब मेरे साथी हैं ,
आज से तू भी साथी मेरी ,
आज से तू भी साथी मेरी ,
मेरा घर भी तेरा घर ||