नन्हीं कली
नन्हें हाथ उठे बचपन के ,
नन्हें पाँव चले बचपन के ,
नन्हीं किलकारी गूँजे ,
बीच में हरियाले आँगन के ||
कदम - कदम उठता धीरे ,
ठुमक - ठुमक चलता धीरे ,
कदमों की आहट धीरे ,
कोशिश मगर नहीं धीरे ||
किलकारी की गूँज उठी ,
आँखों में एक चमक जगी ,
मुस्कानों की लहक हँसी ,
फ़ैल गयी एक महक नयी ||
खिल - खिल कर हँसी गूँजी ,
हिल - हिल कर हैं हाथ हिले ,
बजती रही नन्हीं ताली ,
मानो फ़ैली हो लाली ||
बैठे - बैठे ठुमक हिले ,
संग - संग में एक हँसी जगे ,
ताली भी इक साथ बजे ,
सीटी सी आवाज सजे ||
किलक - किलक मुस्काए वो ,
सबका रस्ता रोके वो ,
जग में प्यार जगाए वो ,
दिलों में सबके छाए वो ||
नन्हें हाथ उठे बचपन के ,
नन्हें पाँव चले बचपन के ,
नन्हीं किलकारी गूँजे ,
बीच में हरियाले आँगन के ||
कदम - कदम उठता धीरे ,
ठुमक - ठुमक चलता धीरे ,
कदमों की आहट धीरे ,
कोशिश मगर नहीं धीरे ||
किलकारी की गूँज उठी ,
आँखों में एक चमक जगी ,
मुस्कानों की लहक हँसी ,
फ़ैल गयी एक महक नयी ||
खिल - खिल कर हँसी गूँजी ,
हिल - हिल कर हैं हाथ हिले ,
बजती रही नन्हीं ताली ,
मानो फ़ैली हो लाली ||
बैठे - बैठे ठुमक हिले ,
संग - संग में एक हँसी जगे ,
ताली भी इक साथ बजे ,
सीटी सी आवाज सजे ||
किलक - किलक मुस्काए वो ,
सबका रस्ता रोके वो ,
जग में प्यार जगाए वो ,
दिलों में सबके छाए वो ||
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