बच्ची संग तितली
गगन के अँगना में ,
रवि किरणें जब बिखरीं ,
धरती के आँचल में ,
रंगों की छटा फिर निखरी ||
परिंदों की चहचहाहट ने ,
जग को गुँजाया ,
अँगड़ाई लेती हुई ,
दुनिया को जगाया ||
नन्हीं कली चटखी ,
फूल बन महकी ,
उसी की महक ने ,
पूरी क्यारी को महकाया ||
क्यारी - क्यारी करके ,
गुलशन है महका ,
महकते हुए फूलों में ,
तितलियों ने घर बनाया ||
फर - फर , फर - फर उड़ती ,
तितलियों को देख कर ,
बच्चे खुशी से फूले ,
पकड़ने को हाथ बढ़ाया ||
हाथ नहीं जब वो आईं ,
मुस्कान हुई छोटी ,
पर नहीं तितलियों ने फिर ,
मुस्कान को बढ़ाया ||
हाथ आयी फिर नन्हीं तितली ,
रवि किरणें जब बिखरीं ,
धरती के आँचल में ,
रंगों की छटा फिर निखरी ||
परिंदों की चहचहाहट ने ,
जग को गुँजाया ,
अँगड़ाई लेती हुई ,
दुनिया को जगाया ||
नन्हीं कली चटखी ,
फूल बन महकी ,
उसी की महक ने ,
पूरी क्यारी को महकाया ||
क्यारी - क्यारी करके ,
गुलशन है महका ,
महकते हुए फूलों में ,
तितलियों ने घर बनाया ||
फर - फर , फर - फर उड़ती ,
तितलियों को देख कर ,
बच्चे खुशी से फूले ,
पकड़ने को हाथ बढ़ाया ||
हाथ नहीं जब वो आईं ,
मुस्कान हुई छोटी ,
पर नहीं तितलियों ने फिर ,
मुस्कान को बढ़ाया ||
हाथ आयी फिर नन्हीं तितली ,
बच्ची का दिल हर्षाया ,
देख -देख उस तितली को ,
बच्ची ने नाच दिखाया |
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