सिखलाएँगे
चल चंदा तू मेरे साथ , दोनों कदम मिलाएँगे ,
रात के छाए अंधियारे को , हम मिल दूर भगाएँगे ||
सदा से दोस्त हैं हम चंदा , हम मिल कर मुस्काएँगे ,
प्यार का उजियारा चंदा , दुनिया में हम फैलाऐंगे ||
सरहदों के कंटीले दायरे , हम तो नहीं अपनाएँगे ,
सारी दुनिया को चंदा , प्यार का पाठ पढ़ाएँगे ||
रात बीत जाएगी चंदा , उगेगा सूरज पूरब में ,
हम दोनों मिल कर तब चंदा , उसको दोस्त बनाएँगे ||
एक करेंगे दुनिया को , सब को दोस्त बनाएँगे ,
प्यार , दोस्ती का जज़्बा , दुनिया को सिखलाएँगे ||
हम तो ले हाथों में हाथ , जग में घूमें साथ - साथ ,
मानवता का सबक - ए - दोस्त , दुनिया को सिखलाएँगे ||
चल चंदा तू मेरे साथ , दोनों कदम मिलाएँगे ,
रात के छाए अंधियारे को , हम मिल दूर भगाएँगे ||
सदा से दोस्त हैं हम चंदा , हम मिल कर मुस्काएँगे ,
प्यार का उजियारा चंदा , दुनिया में हम फैलाऐंगे ||
सरहदों के कंटीले दायरे , हम तो नहीं अपनाएँगे ,
सारी दुनिया को चंदा , प्यार का पाठ पढ़ाएँगे ||
रात बीत जाएगी चंदा , उगेगा सूरज पूरब में ,
हम दोनों मिल कर तब चंदा , उसको दोस्त बनाएँगे ||
एक करेंगे दुनिया को , सब को दोस्त बनाएँगे ,
प्यार , दोस्ती का जज़्बा , दुनिया को सिखलाएँगे ||
हम तो ले हाथों में हाथ , जग में घूमें साथ - साथ ,
मानवता का सबक - ए - दोस्त , दुनिया को सिखलाएँगे ||
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