धरती मुस्काई
मेघा से नीर झरा ,
धरती की प्यास बुझी ,
धरती के आँचल में ,
हरियाली छायी ,
तो धरती मुस्काई ||
धरती ने मेघा को ,
कहा शुक्रिया ,
फूलों के रंग और ,
खुश्बुएँ उड़ाईं ,
तो धरती मुस्काई ||
रवि की मुस्कान ने ,
जीवन दान दिया ,
तो धरती पर जीवन की ,
रंगत भी छाई ,
तो धरती मुस्काई ||
झरते - झरते मेघा का ,
नीर हुआ रिक्त सा ,
कोश जो समेटा था ,
संजो के रखा था ,
झर - झर के झर गया ,
धरती को तर गया ,
तो धरती मुस्काई ||
धरती में सिमटे जल - कण ,
मुस्कान में खिल गए ,
पवन संग उड़ गए ,
पहुँचे मेघा के पास ,
मेघा मुस्काए ,
तो धरती मुस्काई ||
समेटा जल - कणों को ,
कोश फिर भर पाया ,
मेघा हर्षाया ,
फिर से बहा झरना ,
और धरती मुस्काई ||
मेघा और धरती की ,
दोस्ती निराली ,
दोनों एक दूसरे की ,
बन गयी हैं आली ,
दोनों की मुस्कान ,
बनी जहां की जान ,
मेघा मुस्काया और ,
धरती मुस्काई ||
मेघा से नीर झरा ,
धरती की प्यास बुझी ,
धरती के आँचल में ,
हरियाली छायी ,
तो धरती मुस्काई ||
धरती ने मेघा को ,
कहा शुक्रिया ,
फूलों के रंग और ,
खुश्बुएँ उड़ाईं ,
तो धरती मुस्काई ||
रवि की मुस्कान ने ,
जीवन दान दिया ,
तो धरती पर जीवन की ,
रंगत भी छाई ,
तो धरती मुस्काई ||
झरते - झरते मेघा का ,
नीर हुआ रिक्त सा ,
कोश जो समेटा था ,
संजो के रखा था ,
झर - झर के झर गया ,
धरती को तर गया ,
तो धरती मुस्काई ||
धरती में सिमटे जल - कण ,
मुस्कान में खिल गए ,
पवन संग उड़ गए ,
पहुँचे मेघा के पास ,
मेघा मुस्काए ,
तो धरती मुस्काई ||
समेटा जल - कणों को ,
कोश फिर भर पाया ,
मेघा हर्षाया ,
फिर से बहा झरना ,
और धरती मुस्काई ||
मेघा और धरती की ,
दोस्ती निराली ,
दोनों एक दूसरे की ,
बन गयी हैं आली ,
दोनों की मुस्कान ,
बनी जहां की जान ,
मेघा मुस्काया और ,
धरती मुस्काई ||
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