चाहतों ने
किसी की चाहतों ने ,यूँ हमें बर्बाद किया है ,
हमारा दिल चुरा के ,हमें खाना खराब किया है |
एक दिल ही तो था ,जो हमें प्यार करता था ,
दिल ही तो था ,जो इशारे पर धड़कता था ,
एक दिल ही तो था ,जो गुनगुनाता था ,
हमारे रूठ जाने पर ,वही हमको मनाता था ,
उसी दिल को चुरा कर हमें ,हमें बर्बाद किया है |
मगर ये क्या ?प्यार करते हैं हम, दिल चुराने वाले को ,
जान देते हैं हम अपनी ,उसी दिल चुराने वाले को,
ख़ुशी चाहतें हैं हम हर दिन ,उसी दिल चुराने वाले की ,
हर सुख चाहते हैं हम ,उसी दिल चुराने वाले का ,
चाहे उसने हमें बर्बाद किया है ,खाना खराब किया है |
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