बच्चे - तारे
उतर आ चाँद धरती पर ,साथ में ले के तारों को ,
धरती मेरी अनोखी है ,मज़ा आएगा तारों को |
खेलेंगे तारे बच्चों संग ,सभी खुश होते जाएँगे ,
तुम भी खुश हो जाओगे चंदा ,मज़ा आएगा बच्चों को |
खेलों का रूप तो चंदा ,यहाँ दिन ,दिन बदलता है ,
कोई धरती पे चलता है ,कोई पानी पे चलता है |
हवा में भी तो उड़कर के ,पकड़ते एक - दूजे को ,
इन्हीं सब खेलों में तो ,मज़ा आएगा बच्चों को |
चंदा तुम खुश होगे ,मैं भी तो खुश हूँगी ,
जो भी देखेगा ये खेल ,वही तो बहुत खुश होगा ,
मज़ा आएगा तारों को ,मज़ा आएगा बच्चों को |
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