सजा काफिला
घबराना नहीं कभी कठिनाइयों से ,
ऐ दोस्त ,अगर अंदर कुछ टूटन हो ,
तो आना पास हमारे ,
अपने दिल का हाल बताना |
दोस्तों के पास तो हौसलों की ,
सिलाई होती है ,
आत्मविश्वास के धागों से कढ़ाई होती है |
बढ़ता है आत्मविश्वास तो ,
कठिनाइयाँ कम हो जाती हैं ,
मुस्कुराहटें अपने आप बढ़ जाती हैं |
दोस्ती का तो माहौल ही ऐसा है ,
कहकहों और खिलखिलाहटों ,
का काफिला सजा ही रहता है |
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