कल्पदीप
जगमगाता दीप मेरे आँगन का,
झिलमिलाता ख्वाब मेरी आँखों का,
प्यार की बीना से निकला सुर है तू,
टिमटिमाता तारा मेरी रातों का ।
पाया तुझे घर फूलों से महका मेरा,
घर आँगन में पक्षी सा स्वर चहका तेरा ,
जिन्दगी खुशहाल बनी तेरे आने से,
झनझनाता हुआ तार मेरे साजों का ।
सागर खुशियों का मिले तुझको,
जिन्दगी रंगों से भर खिल जाए,
हर सफलता को राह में पाते हुए ,
कमल खिलता रहे तेरे ख्वाबों का ।
खुशबुओं से महके चमन तेरा ,
रोशनियों से झिलमिलाए जहाँ,
प्यार मिलता रहे सभी से तुझे,
जगमगाता रहे हर दीप तेरी राहों का ।
टिमटिमाता तारा मेरी रातों का ।
पाया तुझे घर फूलों से महका मेरा,
घर आँगन में पक्षी सा स्वर चहका तेरा ,
जिन्दगी खुशहाल बनी तेरे आने से,
झनझनाता हुआ तार मेरे साजों का ।
सागर खुशियों का मिले तुझको,
जिन्दगी रंगों से भर खिल जाए,
हर सफलता को राह में पाते हुए ,
कमल खिलता रहे तेरे ख्वाबों का ।
खुशबुओं से महके चमन तेरा ,
रोशनियों से झिलमिलाए जहाँ,
प्यार मिलता रहे सभी से तुझे,
जगमगाता रहे हर दीप तेरी राहों का ।
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