स्वर की गूँज
ठुमक - ठुमक नन्हे कदम ,
उतर आये हैं घर में ,
प्यार की नन्हीं हँसी ,
गूँज उठी जीवन में ।
नन्हीं - सी मुस्कान खिली ,
आज हमारे दिल में ,
सपनों की कलियाँ हैं खिलीं ,
जिन्दगी के मधुबन में ।
नन्हा - सा एक दीप जला ,
आशाओं के गुलशन में ,
चहकती किलकारी लिए ,
आ समाया बाँहों में ।
रंग सपनों के हुए साकार ,
जीवन बना गुलशन है आज ,
खिल उठीं हैं खुशबुएँ ,
इस फूल के खिलने से आज ।
जीवन हुआ झंकृत हमारा ,
इस मीठे स्वर के गूंजने से ,
रंगीन हो उठा है गुलशन ,
इस एक कली के चटखने से ॥
ठुमक - ठुमक नन्हे कदम ,
उतर आये हैं घर में ,
प्यार की नन्हीं हँसी ,
गूँज उठी जीवन में ।
नन्हीं - सी मुस्कान खिली ,
आज हमारे दिल में ,
सपनों की कलियाँ हैं खिलीं ,
जिन्दगी के मधुबन में ।
नन्हा - सा एक दीप जला ,
आशाओं के गुलशन में ,
चहकती किलकारी लिए ,
आ समाया बाँहों में ।
रंग सपनों के हुए साकार ,
जीवन बना गुलशन है आज ,
खिल उठीं हैं खुशबुएँ ,
इस फूल के खिलने से आज ।
जीवन हुआ झंकृत हमारा ,
इस मीठे स्वर के गूंजने से ,
रंगीन हो उठा है गुलशन ,
इस एक कली के चटखने से ॥
No comments:
Post a Comment