पाँखों में
गोल - गोल चंदा , चमका जो गगन में ,
धीरे से उतरा वो , मेरे आँगन में ||
गगन में उसने जो , चाँदनी बिखराई ,
चंदा के साथ - साथ , वो भी उतर आई ||
अँगना में मेरे , उजियाला छाया ,
देख उस उजियाले को , दिल मेरा मुस्काया ||
श्वेत वर्णा चाँदनी की ठंडक से , कलियाँ मुस्काईं ,
खिल - खिल कर उन्होंने , खुश्बू फैलाई ||
आँगन के फूलों से , घर भी महकाया ,
ऐसी महक ने तो , सब को थपथपाया ||
महकी सी नींद सबकी , मुस्कुराते थे सपने ,
बाँहों में बाँहे डाले , सोये थे सभी अपने ||
प्यार था दिलों में , सपने बसे आँखों में ,
हौसला था सोच में , और जोश था पाँखों में ||
पाँखों के जोश से ही , सपनों की ऊँची उड़ान थी ,
मुस्कुराते होठों में ही , छिपी सच्ची मुस्कान थी ||
गोल - गोल चंदा , चमका जो गगन में ,
धीरे से उतरा वो , मेरे आँगन में ||
गगन में उसने जो , चाँदनी बिखराई ,
चंदा के साथ - साथ , वो भी उतर आई ||
अँगना में मेरे , उजियाला छाया ,
देख उस उजियाले को , दिल मेरा मुस्काया ||
श्वेत वर्णा चाँदनी की ठंडक से , कलियाँ मुस्काईं ,
खिल - खिल कर उन्होंने , खुश्बू फैलाई ||
आँगन के फूलों से , घर भी महकाया ,
ऐसी महक ने तो , सब को थपथपाया ||
महकी सी नींद सबकी , मुस्कुराते थे सपने ,
बाँहों में बाँहे डाले , सोये थे सभी अपने ||
प्यार था दिलों में , सपने बसे आँखों में ,
हौसला था सोच में , और जोश था पाँखों में ||
पाँखों के जोश से ही , सपनों की ऊँची उड़ान थी ,
मुस्कुराते होठों में ही , छिपी सच्ची मुस्कान थी ||
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