खोल चुकी हूँ
आ सागर आ मेरे पास ,
खोल रही हूँ खिड़की मैं ,
ले आ अपनी लहरों को ,
खोल रही हूँ खिड़की मैं ||
दोस्त बनी हूँ मैं तेरी ,
सखि बनी हूँ लहरों की ,
छम - छम लहरों के सुन स्वर ,
खोल रही हूँ खिड़की मैं ||
खिड़की से तुम अंदर आओ ,
मिल बैठेंगे हम तीनों ,
आओ दोनों जल्दी से ,
खोल रही हूँ खिड़की मैं ||
अंदर जब तुम आओगे ,
बातों में खो जाओगे ,
रंगीन बिछौना पाओगे ,
खड़ी हूँ देखो खिड़की में ||
स्वागत है सागर मेरे अँगना ,
लहरों का भी तो स्वागत है ,
प्यार भरा आराम करो तुम ,
खड़ी हूँ देखो खिड़की में ||
मेरा अँगना छोटा सागर ,
बहुत बड़ा है मेरा दिल ,
प्यार तुम्हें भरपूर मिलेगा ,
खोल चुकी हूँ खिड़की मैं ||
आ सागर आ मेरे पास ,
खोल रही हूँ खिड़की मैं ,
ले आ अपनी लहरों को ,
खोल रही हूँ खिड़की मैं ||
दोस्त बनी हूँ मैं तेरी ,
सखि बनी हूँ लहरों की ,
छम - छम लहरों के सुन स्वर ,
खोल रही हूँ खिड़की मैं ||
खिड़की से तुम अंदर आओ ,
मिल बैठेंगे हम तीनों ,
आओ दोनों जल्दी से ,
खोल रही हूँ खिड़की मैं ||
अंदर जब तुम आओगे ,
बातों में खो जाओगे ,
रंगीन बिछौना पाओगे ,
खड़ी हूँ देखो खिड़की में ||
स्वागत है सागर मेरे अँगना ,
लहरों का भी तो स्वागत है ,
प्यार भरा आराम करो तुम ,
खड़ी हूँ देखो खिड़की में ||
मेरा अँगना छोटा सागर ,
बहुत बड़ा है मेरा दिल ,
प्यार तुम्हें भरपूर मिलेगा ,
खोल चुकी हूँ खिड़की मैं ||
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