चाँद आधा
दुनिया में चमके चाँद ,ज्यूँ आधा ,
दुनिया के चेहरे पर ,मुस्कान उभरे ज्यादा |
आधा सा चंदा ,चमके जब गगन में ,
बच्चे ज्यूँ खिलखिलाएँ ,घर के आँगन में |
पूनम का चंदा ,पूरा गोल ही तो होता ,
फैलाए चाँदनी वो ,चहुँ ओर इस जहां में |
चाँदी सा जहां चमके ,नहा के चाँदनी में ,
साथी भी रूप देखे ,जीवन संगिनी में |
आँखों में उस समय ही ,चमके गगन का चंदा ,
सारा ही रूप उतरे ,साथी की धड़कनों में |
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