Friday, February 4, 2022

SHEESH NAVAO ( DESH )

        

                 शीश नवाओ

 

सन 1947 ,

भारत हुआ आज़ाद ,भारत हुआ स्वतंत्र ,

 मगर ! अलग -अलग थे राज्य ,

सब भाषाओं के अनेक थे राज्य | 


हरेक राज्य का राजा अलग ,

एक देश नहीं था ,एक परिवेश नहीं था ,

ऐसे समय में --एक हिम्मत वाला आया ,

उसने ऐसा अलख जगाया | 


हिम्मत वाला जादूगर था ,

उसने अपना जादू चलाया ,

सभी राजाओं को समझाया ,

नहीं समझदारी अकेले रहने में ,

हिल -मिल कर रहना अच्छा ,

हाथ पकड़कर चलना सच्चा | 


आओ -आओ सब मिल जाएँ ,

अपना एक गणतंत्र बनाएँ ,

तभी तो हम पनपेंगे ,

तभी तो विकसित होंगे | 


चल गया जादू उस जादूगर का ,

एक -एक कर राजा आए ,

एक झंडे के नीचे आए ,

एक झंडे को सैल्यूट किया | 


छोटे -छोटे राज्यों ने मिल ,

एक बड़ा गणतंत्र बनाया ,

दुनिया का सबसे बड़ा गणतंत्र ,

वह हिम्मत वाला था कौन ? 

वह जादूगर था कौन ? 

वह हिम्मत वाले ,जादूगर थे -- सरदार पटेल ,

हाँ ! अपने सरदार वल्लभ भाई पटेल ,

हम करते हैं सैल्यूट उन्हें ,

शीश नवाते हैं हम उनको |

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