शीश नवाओ
सन 1947 ,
भारत हुआ आज़ाद ,भारत हुआ स्वतंत्र ,
मगर ! अलग -अलग थे राज्य ,
सब भाषाओं के अनेक थे राज्य |
हरेक राज्य का राजा अलग ,
एक देश नहीं था ,एक परिवेश नहीं था ,
ऐसे समय में --एक हिम्मत वाला आया ,
उसने ऐसा अलख जगाया |
हिम्मत वाला जादूगर था ,
उसने अपना जादू चलाया ,
सभी राजाओं को समझाया ,
नहीं समझदारी अकेले रहने में ,
हिल -मिल कर रहना अच्छा ,
हाथ पकड़कर चलना सच्चा |
आओ -आओ सब मिल जाएँ ,
अपना एक गणतंत्र बनाएँ ,
तभी तो हम पनपेंगे ,
तभी तो विकसित होंगे |
चल गया जादू उस जादूगर का ,
एक -एक कर राजा आए ,
एक झंडे के नीचे आए ,
एक झंडे को सैल्यूट किया |
छोटे -छोटे राज्यों ने मिल ,
एक बड़ा गणतंत्र बनाया ,
दुनिया का सबसे बड़ा गणतंत्र ,
वह हिम्मत वाला था कौन ?
वह जादूगर था कौन ?
वह हिम्मत वाले ,जादूगर थे -- सरदार पटेल ,
हाँ ! अपने सरदार वल्लभ भाई पटेल ,
हम करते हैं सैल्यूट उन्हें ,
शीश नवाते हैं हम उनको |
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