Tuesday, February 15, 2022

LIKH DOON KYAA ? ( PREM )

 

                   लिख दूँ क्या ? 

 

कहो मेरे साजना ,

मैं लिख दूँ कहाँ तेरा नाम ? 

बदरा पे लिख दूँ क्या ? 

वह तो चमकेगा ,दामिनी की तरह ,

दुनिया सारी देखेगी और मुस्काएगी | 

 

गगन पे लिख दूँ क्या ? 

मगर ना दिन को दिखेगा ,ना रात को ,

दिन में धूप में छिपेगा और रात में अंधकार में ,

दुनिया क्या देखेगी ?और कैसे मुस्काएगी ? 

 

फूलों पे लिख दूँ क्या ? 

मगर रंगों में छिप जाएगा ,

तितली के पंखों में छिप जाएगा ,

दुनिया तो फूलों को देख मुस्काएगी | 

 

तितली के पंखों पर लिख दूँ क्या ? 

मगर तितली तो चंचल हैं  ,

उड़ती जाएगी यहाँ से वहाँ और वहाँ से यहाँ ,

मगर दुनिया तो उस चंचला को देख मुस्काएगी | 

 

दिल पे लिख दूँ क्या ? 

वहाँ तो लिखा ही है साजना ,

मगर वहाँ तो कोई नहीं देख पाएगा ,

दुनिया क्या देख कर मुस्काएगी ? 

 

 

No comments:

Post a Comment