Sunday, October 9, 2022

RIMJHIM ( JALAD AA )

 

                 रिमझिम 


अरे बदरा ! आया तू अचानक ,दामिनी की चमकार लिए ,

चमकार के साथ -साथ ही ,दामिनी की गर्जनार लिए | 

 

छम -छम ,छम -छम बरखा बरसी ,पानी फैला चारों ओर ,

उस पानी में तैरें बच्चों की ,कागज की नावें चहुँ ओर | 

 

बच्चे गाएँ - " रेन -रेन गो अवे ",ताली खूब बजाएँ बच्चे ,

बच्चों के बारे में सोचो ,बच्चे होते हैं मन के सच्चे | 

 

बदरा ने भी साथ दिया बच्चों का ,

रिमझिम -रिमझिम बरखा भेजी ,

मानो बदरा ने बच्चों के लिए ,प्यार भरी पाती भेजी | 

 

बच्चे फूले ख़ुशी में बंधु ,बदरा भी ख़ुशी में फूला है ,

नृत्य दिखाया दामिनी ने ,बच्चों का मन भी भरमाया | 

 



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