ठंडी छाँव
गर्म सूखी रेत को , ले उड़ी देखो पवन ,
ना सखी ना दोस्त है , बस ले उड़ी देखो पवन ।
गली - गली , कूचा - कूचा ,
गाँव - गाँव उड़ती रही ,
तलाश में एक ठंडी छाँव ,
छान मारा सारा गाँव ,
मिली एक अमराई की छाँव ।
सड़क - सड़क भटकीं दोनों ,
शहर - शहर छाना मगर ,
मिलीं ऊँची अट्टालिकाएँ ,
मिलीं धुएँ की बदलियाँ ,
मिलीं नहीं एक ठंडी छाँव ।
पहुँचीं दोनों सागर के तट ,
ठंडे जल - कणों ने किया स्वागत ,
भीग गयी गर्म सूखी रेत ,
भीग गयी साथी पवन ,
अब बनी दोनों ही ठंडी छाँव ।
गर्म सूखी रेत को , ले उड़ी देखो पवन ,
ना सखी ना दोस्त है , बस ले उड़ी देखो पवन ।
गली - गली , कूचा - कूचा ,
गाँव - गाँव उड़ती रही ,
तलाश में एक ठंडी छाँव ,
छान मारा सारा गाँव ,
मिली एक अमराई की छाँव ।
सड़क - सड़क भटकीं दोनों ,
शहर - शहर छाना मगर ,
मिलीं ऊँची अट्टालिकाएँ ,
मिलीं धुएँ की बदलियाँ ,
मिलीं नहीं एक ठंडी छाँव ।
पहुँचीं दोनों सागर के तट ,
ठंडे जल - कणों ने किया स्वागत ,
भीग गयी गर्म सूखी रेत ,
भीग गयी साथी पवन ,
अब बनी दोनों ही ठंडी छाँव ।
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