क दम तेरे मेरे
बदरा के झुरमुटे में ,
उलझे जो कदम मेरे ,
आगे नहीं बढ़ पाए ,
क्योंकि सुलझे ना कदम मेरे ॥
कोमल सा वो स्पर्श ,
भीगा सा करदे सबको ,
सबको भिगोया बदरा ने ,
भीगे हैं कदम मेरे ॥
रंगीन होते बदरा गर ,
रंग बिखरते जाते ,
जग और होता रंगी ,
होते रंगीन कदम मेरे ॥
बदरा की दामिनी ने ,
पायल मुझे पहनाई ,
उस पायल की रुनझुन से ,
बज उट्ठे कदम मेरे ॥
संगीत देते बदरा ,
नृत्यांगना है दामिनी ,
दोनों के साथ ही ,
ताल देते कदम मेरे ॥
रुकना अगर मैं चाहूँ ,
तब भी ना रुक पाऊँ ,
दोनों के साथ ही तो ,
उलझे हैं कदम मेरे ॥
दुनिया भी थिरकती है ,
इस ताल पर तो सजना ,
फिर क्यूँ ना थिरक जाएँ ?
कदम साथ तेरे मेरे ॥
बदरा के झुरमुटे में ,
उलझे जो कदम मेरे ,
आगे नहीं बढ़ पाए ,
क्योंकि सुलझे ना कदम मेरे ॥
कोमल सा वो स्पर्श ,
भीगा सा करदे सबको ,
सबको भिगोया बदरा ने ,
भीगे हैं कदम मेरे ॥
रंगीन होते बदरा गर ,
रंग बिखरते जाते ,
जग और होता रंगी ,
होते रंगीन कदम मेरे ॥
बदरा की दामिनी ने ,
पायल मुझे पहनाई ,
उस पायल की रुनझुन से ,
बज उट्ठे कदम मेरे ॥
संगीत देते बदरा ,
नृत्यांगना है दामिनी ,
दोनों के साथ ही ,
ताल देते कदम मेरे ॥
रुकना अगर मैं चाहूँ ,
तब भी ना रुक पाऊँ ,
दोनों के साथ ही तो ,
उलझे हैं कदम मेरे ॥
दुनिया भी थिरकती है ,
इस ताल पर तो सजना ,
फिर क्यूँ ना थिरक जाएँ ?
कदम साथ तेरे मेरे ॥
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