राहों में
आ सागर तू आगे बढ़ ,
भर ले मुझको बाँहों में ,
दुनिया देखे जो हमको ,
आए चमक निगाहों में ॥
खड़ा सामने कुछ पग दूर ,
दौड़ के आजा पास मेरे ,
तेरे मेरे बीच में अब तो ,
नहीं रुकावट राहों में ॥
अन्जाना सा नहीं है तू ,
अन्जानी सी ना मैं हूँ ,
हम दोनों ही तो हैं सागर ,
इक दूजे की चाहों में ॥
दो राही जब मिलते सागर ,
प्यार उमड़ आता है जब ,
बंध जाते हैं दोनों ही ,
इक दूजे की बाँहों में ॥
चंचल लहरें बाँहें तेरी ,
भर लेती हैं अपने में ,
सागर तुझ तक पहुँचा देती हैं ,
वो जो है तेरी चाहों में ॥
प्यार भरा दिल तेरा सागर ,
जो चाहे सो पाता है ,
मेरा दिल भी प्यार में डूबा ,
पाता सब जो चाहों में ॥
तेरे दिल की थाह है गहरी ,
मेरा दिल भी है असीम ,
दोनों ही तो ए - हमदम ,
खोए हैं बस थाहों में ॥
प्यार - प्यार से दुनिया उपजी ,
प्यार - प्यार से हम और तुम ,
कोई भी ना आ पाएगा ,
प्यार भरी इन राहों में ॥
आ सागर तू आगे बढ़ ,
भर ले मुझको बाँहों में ,
दुनिया देखे जो हमको ,
आए चमक निगाहों में ॥
खड़ा सामने कुछ पग दूर ,
दौड़ के आजा पास मेरे ,
तेरे मेरे बीच में अब तो ,
नहीं रुकावट राहों में ॥
अन्जाना सा नहीं है तू ,
अन्जानी सी ना मैं हूँ ,
हम दोनों ही तो हैं सागर ,
इक दूजे की चाहों में ॥
दो राही जब मिलते सागर ,
प्यार उमड़ आता है जब ,
बंध जाते हैं दोनों ही ,
इक दूजे की बाँहों में ॥
चंचल लहरें बाँहें तेरी ,
भर लेती हैं अपने में ,
सागर तुझ तक पहुँचा देती हैं ,
वो जो है तेरी चाहों में ॥
प्यार भरा दिल तेरा सागर ,
जो चाहे सो पाता है ,
मेरा दिल भी प्यार में डूबा ,
पाता सब जो चाहों में ॥
तेरे दिल की थाह है गहरी ,
मेरा दिल भी है असीम ,
दोनों ही तो ए - हमदम ,
खोए हैं बस थाहों में ॥
प्यार - प्यार से दुनिया उपजी ,
प्यार - प्यार से हम और तुम ,
कोई भी ना आ पाएगा ,
प्यार भरी इन राहों में ॥
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