थामे रहो हाथ मेरा
सन्नाटा फैला हर ओर ,कहीं नहीं है कोई शोर ,
सन्नाटे की एक आवाज ,गूँजती है सिर्फ कान में ,
इस आवाज को कैसे समझें ? कैसे जानें ?
तू भी आ साथी मेरे ,सुन लें ये आवाज ,
कुछ समझे तो बता मुझे ,समझा मुझे ,
कैसे समझूँ ? ये बतला मुझे ,समझा मुझे |
तड़प ये दिल की, तू ना जाने ,
तू ना समझे ,ओ दीवाने तू ना जाने ,
रंग प्यार के कैसे होते ?रंग प्यार के कैसे दिखते ?
रंगों को और निखर जाने दे ,
सपनों को और संवर जाने दे ,
किस्मत को और चमक जाने दे |
जीवन जैसा भी चले ,चलाओ खुश होकर ,
जीवन को संवार लो ,हिम्मती होकर ,
भूलो ना एक जीवन है ,सजेगा जैसे उसे ,
सजाओगे ,संवरेगा जैसे उसे संवारोगे |
आज से कल सुंदर होगा ,कल से सुंदर परसों ,
इसी तरह बनते -बनते बीतेंगे ,फिर बरसों ,
थामे रहो हाथ मेरा ,कस के साथी मेरे |
हर कदम बढ़ाते जाओ ,हिम्मत और मेरे साथ ,
मैं हूँ तुम्हारे साथ ,सदा तुम्हारे साथ ,
थामे रहो हाथ मेरा ,कस के साथी मेरे |
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