Saturday, November 5, 2022

DAVAAIYAAN MUFT KI ( JIVAN )

 

                     दवाइयाँ मुफ्त की 


सुबह सवेरे उठो भोर में ,सैर करो खुली हवा में ,

प्राण -वायु को अंदर ले लो ,भर लो अपनी साँसों में | 


कसरत बहुत जरूरी है ,रोज सवेरे कर लो तुम ,

शरीर की हर माँस -पेशी को ,चुस्त -दुरुस्त कर लो तुम | 


परिवार के साथ जुड़ो तुम ,भोजन साथ में खाओ तुम ,

ऐसा करके भोजन को ,अच्छे से पचाओ तुम | 


भोजन के संग साप्ताहिक ,व्रत को खूब निभाओ तुम ,

कोई भी एक दिन चुन करके ,व्रत का साथ निभाओ तुम | 


हर पल मुस्कान हो चेहरे पर ,दिल खुशियों में डूबा हो ,

ऐसे ही समय बनेगा सुंदर ,जीवन खुशियों से भर पाओ तुम | 


हँसी -मजाक में समय कटे ,अपनों संग जीवन स्वस्थ कटे ,

जितना भी हो सके जीवन में ,सहयोग से जीवन बिताओ तुम | 


कोई कुछ भी कड़वा बोले ,दवा समझ पी जाओ तुम ,

ऐसे में चुप्पी रखना ही ,दवा समझ लो बंधु तुम | 


ऐसा करने से ही बंधु,निद्रा गहरी आएगी ,

वह तुमको सपनों में ही ,दुनिया खूब घुमाएगी | 


दोस्त बनाओ अपने और ,मिलना -जुलना किया करो ,

बाकि सब तो बनें दवाई ,दोस्त तो दुकान का काम करे ,

सभी का अनुसरण करके अपनी ,प्रतिक्रिया दिखाओ तुम ,

ये दवाइयाँ हैं मुफ्त की ,इन्हें सदा अपनाओ तुम | 


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