Thursday, November 24, 2022

TOHAFAA MUSKAAN KA ( JIVAN )

 

                     तोहफा मुस्कान का 


इंसान जो कल परसों था ,वही आज भी है ,

मगर स्वभाव जो पहले था ,वह आज नहीं है | 


हवाएँ जो कल परसों थीं ,वही आज भी हैं ,

मगर उनकी गति जो पहले थी ,वह आज नहीं है | 


सूरज जो बरसों पहले था ,वही आज भी है ,

मगर उसकी तपिश जो पहले थी ,वह आज नहीं है | 


परिवर्तन जो पहले होते थे ,आज भी होते हैं ,

परिस्थितियाँ पहले की तरह ,आज भी बदलती हैं | 


कुछ परिवर्तन ,मुस्कानों को बढ़ा देते हैं ,

कुछ परिस्थितियाँ ,मुस्कुराहटों को बढ़ा देती हैं ,

हर परिवर्तन पर ,हर परिस्थिति में ,

मुस्कानों को कम ना होने दो दोस्तों ,

बढ़ने और खिलने दो मुस्कानों को ,

मुस्कान का यह तोहफा ,

ईश्वर ने सिर्फ इंसानों को ही दिया है दोस्तों | 


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