सिंगार
सागर तेरी लहरों का संगीत मधुर है ,
संगीत मधुर है ,हर गीत मधुर है ,
तेरे और मेरे जीवन की ,
हर साँस और उच्छ्वास मधुर है |
तेरी लहरें हैं छम -छम करतीं ,
सब के ही दिलों में वो बसतीं ,
सागर तेरी गहराइयाँ भी तो ,
लहरों के गीतों को प्यार करतीं |
सागर हर कदम पर तू मददगार है ,
तू तो जैसे धरा का सिंगार है ,
धरा तुझसे पाए जीवन के अनेक रस्ते ,
उन रस्तों में खड़ा है तू रत्नों का भंडार है |
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