Wednesday, November 9, 2022

SINGAAR ( RATNAKAR )

         

              सिंगार 


सागर तेरी लहरों का संगीत मधुर है ,

संगीत मधुर है ,हर गीत मधुर है ,

तेरे  और मेरे जीवन की ,

हर साँस और उच्छ्वास मधुर है  | 


तेरी लहरें हैं छम -छम करतीं ,

सब के ही दिलों में वो बसतीं ,

सागर तेरी गहराइयाँ भी तो ,

लहरों के गीतों को प्यार करतीं | 


सागर हर कदम पर तू मददगार है ,

तू तो जैसे धरा का सिंगार है ,

धरा तुझसे पाए जीवन के अनेक रस्ते ,

उन रस्तों में खड़ा है तू रत्नों का भंडार है | 


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