Monday, November 14, 2022

HAMEN YAAD KARANAA ( KSHANIKA )

 

                हमें याद करना 


समय के चलते - चलते ,सब कुछ है बदलता ,

कभी समय था जब मानव ,चार पैर पर चलता ,

धीरे - धीरे मानव ने ,किया विकास जीवन में ,

और आगे मानव ,चार पहियों पे चलता | 


धीरे - धीरे बिजली जगमगाई ,घर - घर में ,

टी.वी.,कम्प्यूटर आए ,घर - घर में ,

दूर देश के कार्यक्रम , देखे जा  सकते कहीं भी ,

जब टी. वी.,कम्प्यूटर ,घर - घर में हैं चलते | 


पचास साल पहले की दुनिया ,

आज की दुनिया जैसी नहीं थी दोस्तों ,

फिर आज से पचास साल आगे की दुनिया ,

कैसी होगी ? क्या पता ? उस समय क्या चलेगा ? 


बैलगाड़ियों के  जमाने ,से निकल कर हम ,

बुलेट ट्रेन ,हवाई जहाज़ों को ,कर दर किनार ,

अंतरिक्ष में चाँद और मंगल तक पहुँचे हैं ,

आगे  पहुँचेंगे ? कुछ पता नहीं है चलता | 

 

बचपन में मैनड्रेक  की ,कहानी पढ़ी थी हमने ,

मैनड्रेक एक स्थान से दूसरे स्थान पर ,

बिना वाहन के पहुँच जाता था ,

क्या पता अब से पचास साल बाद ?

मानव भी उसी  प्रकार बिना वाहन,

एक स्थान से दूसरे स्थान तक चलायमान हो ? 

 

सोच लो दोस्तों 2070 में ,दुनिया कैसी होगी ?

आज के मुकाबले क्या बदलाव होंगे ? 

हम तो उस समय नहीं होंगे ,मगर हमारे विचारों को ,

याद रखना ,और बदलाव देख ,हमें याद करना दोस्तों | 

 

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