Wednesday, March 8, 2023

GHARR MERE ( RATNAKAR )

 

                     घर मेरे 


सागर तू आ घर मेरे ,घर मेरा छोटा सा है ,

पर दिल में है जगह बहुत ,समा जा तू दिल में मेरे | 


तू तो बहुत बड़ा है सागर ,तेरा बहुत बड़ा आगर ,

मगर मैं उसमें आ ना सकूँ ,डूब जाऊँगी पानी में रे | 


मेरे घर तू आएगा ,पर उसमें नहीं समाएगा ,

प्यार समझ तू मेरा सागर ,आजा तू तो घर मेरे | 


रत्नों को तू छोड़ वहाँ ,जीवों को तू छोड़ वहाँ ,

आजा दो पल को ही अकेला ,देख तो ले तू घर मेरे | 


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