Wednesday, March 22, 2023

JUDII ( GEET )

 

                         जुड़ी 


जिंदगी की राह चली ,चलते - चलते एक मोड़ मुड़ी ,

जुड़ी -जुड़ी -जुड़ी ,वो तो तेरी राह से जा जुड़ी | 


कल तक वोअकेली चलती रही,हँसते-मुस्कुराते चलती रही ,

आज तो ले के तेरा साथ उड़ी ,वो तो तेरी राह से जा जुड़ी | 


कभी ना हिचकिचाई ,शर्माई वो ,कभी ना झिझकी,

सकुचाई वो ,मुस्कुरा -मुस्कुरा के ,चल -चल के उड़ी ,

वो तो तेरी राह से जा जुड़ी | 


कल भी चल रही थी ,कभी हौले से ,कभी तेजी से ,

मगर एक मोड़ मुड़ते ही वो ,

दौड़ी -दौड़ी - दौड़ी ,और मानो उड़ी ,

वो तो तेरी राह से जा जुड़ी | 


No comments:

Post a Comment