Tuesday, March 21, 2023

KAASH HII ( AADHYATMIK )

 

                  काश ही 


ऊपर वाले ने दिया हमें जीवन ,

जीवन को पाला - पोसा ,उसी रचनाकार ने ,

माँगा नहीं हमने कुछ उससे ,

मगर वो देता गया ,देता चला गया ,

जो कुछ हमारे लिए अच्छा था ,

हमारेआँचल को खुशियों से भरता चला गया | 


आज हम जो कुछ हैं ,उसी की बदौलत हैं बंधु ,

उसी ने लिखाया ,पढ़ाया और दौड़ना सिखाया ,

आज खुशहाल परिवार और जीवन है ,

काश एक बार ,उस रचनाकार के दर्शन होते ,

मगर काश तो काश ही रहता है ,काश ही रहता है | 


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