सफलता
एक अनोखा रंग -मंच है जीवन दोस्तों ,
हम सभी कठपुतलियाँ हैं दोस्तों ,
डोर थामी है रचयिता ने ,
कठपुतलियों को नहीं पता ,
आने वाला दृश्य क्या होगा ?
रचयिता जो चाहेगा वही ,दृश्य बन जाएगा ,
उसी के अनुसार तो ,हमें किरदार बन जाना होगा ,
उसी संदर्भ में हमें ,बोलना ,गाना ,नाचना होगा |
उस अनजाने किरदार को ,मंचित करने में ,
जो सफल हुए हम ,
तो सबसे बड़ी जीत होगी हमारी ,
हमें ख़ुशी मिलेगी ,
और रचयिता का प्यार मिलेंगा ,
सफलता हमारी होगी ,सफलता हमारी होगी |
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