पहली किरन
प्यार की पहली किरन , अंगड़ाई ले अलसाई सी ,
झंकार की ये रश्मियाँ , यादों की हैं परछाईं सी |
फूलों से लदी शाख मानो , याद है मनमीत की ,
कुहुक कोयल की है जैसे , पंक्तियाँ उस गीत की ,
गुनगुनाया है जिसे , जिन्दगी बनी शहनाई सी |
झंकार की ये रश्मियाँ , यादों की हैं परछाईं सी |
रंग भरे गीत गूँजे , जीवन की ताल में ,
फ़ैल गयीं खुशबुएँ , अमराई की छाँव में ,
रंगों से भरी यादें , आती हैं शरमाई सी |
झंकार की ये रश्मियाँ , यादों की हैं परछाईं सी |
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