पानी की धूप
तरल नहीं कोई पानी सा ,सरल नहीं कोई पानी सा ,
जिधर रास्ता मिले चले ||
रंग नहीं कोई पानी का ,संग नहीं कोई पानी का ,
जिसमें मिले उसी रंग रंगे ||
ठंडा ,शीतल पानी है ,उसका नहीं कोई सानी है ,
ताप मिले तो गर्म रहे ||
जीवन देने वाला है ,जीवन चलाने वाला है ,
पानी नहीं तो जीवन में ताला है ||
पानी से सीखो सरलता ,पानी से सीखो तरलता ,
पानी से बन जाओ तुम ||
सारे ही गुण ले लो तुम ,लो पानी का रूप तुम ,
मानो हो पानी की धूप तुम ||
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