संजीवनी बूटी
रिश्तों को बाँध लो ,प्यार की डोरी से ,
रिश्ते हमेशा रहते , दिल की खोली में ,
भूल जाओ खामियाँ ,गर किसी में है ,
याद रखो खूबियाँ ,जो दूसरे में है |
रिश्ता बँधा रहे तो ,मुस्कान देता है ,
रिश्ता सधा रहे तो ,खिलकान देता है ,
हाथों को मिला लो ,जो हाथ बढ़ा दे ,
हाथों को बढ़ा दो ,जो हाथ मिला दे |
टूटा अगर जो रिश्ता ,रह जाओगे अकेले ,
टूटे हुए रिश्ते में हैं ,अनगिनत से झमेले ,
रोको ना प्यार को तुम ,बाँटो सभी में बंधु ,
बाँधो ना मुस्कानों को ,फैलाओ सभी में बंधु |
परवाह हो सभी की ,जितनी भी हो सके ,
मदद हो सभी की ,जितनी भी हो सके ,
रिश्तों की डोरी बँधेगी ,जीवन के सफर में ,
रिश्ते तभी बढ़ेंगे ,जीवन के इस सफर में ,
संजीवनी बूटी है ये ,जीवन के इस सफर में |
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