Sunday, July 17, 2022

SANJEEVANI BOOTI ( JIVAN )

 

 

                    संजीवनी बूटी 

 

रिश्तों को बाँध लो ,प्यार की डोरी से ,

रिश्ते हमेशा रहते , दिल की खोली में ,

भूल जाओ खामियाँ ,गर किसी में है ,

याद रखो खूबियाँ ,जो दूसरे में है | 


रिश्ता बँधा रहे तो ,मुस्कान देता है ,

रिश्ता सधा रहे तो ,खिलकान देता है ,

हाथों को मिला लो ,जो हाथ बढ़ा दे ,

हाथों को बढ़ा दो ,जो हाथ मिला दे | 


टूटा अगर जो रिश्ता ,रह जाओगे अकेले ,

टूटे हुए रिश्ते में हैं ,अनगिनत से झमेले ,

रोको ना प्यार को तुम ,बाँटो सभी में बंधु ,

बाँधो ना मुस्कानों को ,फैलाओ सभी में बंधु | 

 

परवाह हो सभी की ,जितनी भी हो सके ,

मदद हो सभी की ,जितनी भी हो सके ,

रिश्तों की डोरी बँधेगी ,जीवन के सफर में ,

रिश्ते तभी बढ़ेंगे ,जीवन के इस सफर में ,

संजीवनी बूटी है ये ,जीवन के इस सफर में | 

 

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