Thursday, June 29, 2023

AKELAAPAN ( JIVAN )

 

                     अकेलापन 


अकेलापन एक शब्द ही नहीं ,

एक भाव है ,एक सोच है ,एक स्तिथि है ,

जबहमारे साथ कोई नहीं होता ,

तब हमें सब अकेला समझते हैं दोस्तों | 


मगर क्या हम तब अकेले होते हैं ? 

नहीं ,हमारी सोच में कोई ना कोई होता है ,

कभी हम पिछले समय की ,यादों में डूबे होते हैं ,

कभी - कभी दोस्तों का साथ मिला होता है | 


कभी किसी पार्टी में ,

क्या सचमुच हम भीड़ का हिस्सा होते हैं ? 

कभी - कभी तो हम उस पार्टी में ,

अनजान चेहरों के बीच हम ,

 खुद कोअकेला पाते हैं दोस्तों ,वह  अकेलापन ,

बहुत निराशाजनक होता है दोस्तों ,

बहुत ही दुखदायी  होता है | 


Tuesday, June 27, 2023

SAMAJHDAARII ( JIVAN )

 

                          समझदारी 


जीवन में दुःख - सुख ,नामक दो लहरें हैं ,

दुःख की लहर को ,

जिसने धैर्य से पार कर लिया ,

वही सुख की सागरीय लहर में ,

तैरने का आनंद ले सकता है | 


जिंदगी में बनने वाले रिश्ते ,

दोस्ती ,प्यार ,मुस्कानों से सजाने वाला ही ,

ता - उम्र इनका आनंद ले सकता है | 

 

ऐसा होने पर ,वो जिंदगी देने वाला ( ईश्वर ) भी ,

मुस्कुराता है ,खुश होता है क्योंकि ,

वह जान जाता है , जिसे उसने जिंदगी दी है ,

वह उसे समझदारी से बिता रहा है | 



Sunday, June 25, 2023

ACHCHHAA ( KSHANIKA )

                           

                                अच्छा 


अच्छी किताबें ,अच्छी सोच ,और अच्छे लोग ,

सभी को अच्छे लगते हैं ,

ईश्वर भी उन्हीं को प्यार करते हैं ,

उन्हीं की परीक्षा लेते हैं ,

क्योंकि अच्छी सोच वाले ,अच्छे लोग ही ,

उनकी परीक्षाओं को ,बेहतर तरीके से ,

बेहतर अंकों के साथ ,पास कर जाते हैं | 


अच्छी किताबों को पढ़ने के लिए ,

समझ कर पढ़ना पड़ता है ,

अगर उनमें लिखी बातों को नहीं समझा ,

तो व्यर्थ ही समय गँवाया | 


अच्छी सोच  को जान कर ,

समझ कर ही जीवन में उतारना पड़ता है ,

यदि अपने जीवन में नहीं उतारा ,

तो व्यर्थ ही जीवन गँवाया | 


अच्छे लोगों की संगति में ,

स्वयं को अच्छा बनाया तो ठीक ,

अन्यथा उन लोगों की संगति में रहकर भी ,

व्यर्थ ही समय गँवाया | 


MUSKAANEN ( KSHANIKA )

 

                            मुस्कानें 


होठों पे  मुस्कान लिए मैं ,चलती गई एक राह पर ,

जो देखे वो भी मुस्का दे ,बढ़ जाए मेरी मुस्कान | 


खुश वो हो जाए जो देखे ,मेरे होठों की मुस्कान ,

इसी तरह मैं रही बाँटती ,पूरे ही रस्ते मुस्कान | 


पल - पल ,छिन - छिन बढ़ती गई ,मेरे होठों की मुस्कान ,

आओ दोस्तों ,तुम भी आओ ,बाँटो तुम भी ये मुस्कान | 

 

बाँटोगे मुस्कान  तो बंधु  ,बढ़ेगी तुम्हारी भी मुस्कान ,

जीवन भर जाएगा मुस्कानों से ,बाँटोगे जो तुम मुस्कान | 


Thursday, June 22, 2023

BATIYAAO ( KSHANIKA )

 

                              बतियाओ 


जीवन सफल बनाना है ,तो मुस्कुराओ ,

हर दिन जाग कर , सैर को निकल जाओ ,

हरियाली और फूलों से ,मिलकर बतियाओ | 


सूर्योदय को देखो ,और शुकराना मनाओ ,

सूर्यदेव के तेज से ,मुस्कुराई प्रकृति देख ,

तुम भी मुस्कुराओ ,और उन्हें शीश नवाओ | 


चिड़ियों के गीत सुनकर ,तुम भी  गुनगुनाओ ,

कोशिश करके उनकी आवाज़ में ,

तुम भी अपनी आवाज़ मिलाओ ,

 दिन की शुरुआत की ,मीठी कोशिश से ,

दिन भर में ऐसी कोशिश करते जाओ | 


और रात में , मीठी नींद में डूबकर ,

सपनों की सुंदर दुनिया की सैर कर आओ | 


Tuesday, June 20, 2023

JINDGII SE ( JIVAN )

 

               जिंदगी से 


जिंदगी इम्तिहान लेती है ,

हर दिन नया प्रश्न - पत्र देती है ,

हर प्रश्न - पत्र को हल करोगे बंधु ,

तभी उत्तीर्ण हो पाओगे | 


जिंदगी जब किसी को देती है ,

तो छप्पर फाड़ कर देती है ,

मगर जब लेती है तो ,

किसी का लिहाज़ नहीं करती है | 


जिंदगी का सदैव आदर करो ,

उसे प्यार दो ,मुस्कान दो ,

तो बदले में जिंदगी से ,

आदर ,प्यार और मुस्कानें पाओगे | 


Sunday, June 18, 2023

RISHTEY JODNE VAALE AUZAAR ( KSHANIKA )

 

                 रिश्ते जोड़ने वाले औज़ार 


कहीं रिश्तों में रुकावट आए , तो चुपचाप ना रहो ,

संवाद की सुईं इस्तेमाल करो , 

स्नेह का धागा पिरोकर ,

उधड़ते रिश्तों की सिलाई कर लो दोस्तों | 


होंठों की मुस्कानों का ग्लू लगाकर ,

मीठे बोलों का टेप लगाकर ,

जोड़ लो दूर जाते रिश्तों को ,

ये सब ही तो खुशियाँ देने वाले औज़ार हैं | 

 

प्यार की स्याही से लिखे दो शब्द ,

जरा पुराने पोस्टकार्ड पर लिख के ,

पहुँचाओ तो दोस्तों के पास ,

सभी संबंध जुड़कर ,

जिंदगी संवार  देंगे दोस्तों ,

रिश्तों को जीवंत बना देंगे दोस्तों | 


Saturday, June 17, 2023

VISHWAS ( JIVAN )

 

                        विश्वास  


विश्वास रखो तुम खुद पर ,विश्वास रखो अपनों पर ,

प्रेम और प्रार्थना भी तो ,टिके हैं विश्वास पर ,

बाकि सब वो देखेगा जिसने ,भेजा तुम्हें धरा पर | 


मेहनत भी तभी फल देती है ,

जब विश्वास के साथ वो की जाए ,

मंजिल भी तभी मिलती है राही ,

जब विश्वास के साथ ,मंजिल की ओर बढ़ा जाए | 


खिलखिलाहटें भी तभी खनकतीं हैं ,

जब मुस्कानों का प्याला पिया जाए ,

जीवन भी तभी कायम रहता है ,

जब हर साँस को भरपूर जिया जाए ,

विश्वास के साथ जिया जाए | 


Thursday, June 15, 2023

DUNIYAA NAI ( JIVAN )

 

                       दुनिया नई 


पानी दे जीवन सब को ,मुस्कानें ले आय ,

पानी जो गर ना रहे ,जीवन ही मिट जाय | 


पूरी दुनिया ही दोस्त ,पानी बिन हो सून ,

क्या हो गर ये पानी ,बदरा ना बरसाय ?


सूखी मिट्टी में बंधु ,गर पानी मिल जाय ,

जड़ों के रस्ते को पकड़ ,सूखे पेड़ हरियाय | 


मिट्टी - पानी संग मिलें ,तो ईंटा देय बनाय ,

ईंटा से दीवार बने और ,नया घर बन जाय | 


ऐसे ही दुनिया चले ,चलती - चलती जाय ,

आगे का रस्ता खोज के ,दुनिया नई बनाय | 


Friday, June 9, 2023

HUM BANJAARE ( PREM )

 

                                  हम बंजारे 

 

रास्ते हुए हैं सब बंजारे ,कहीं भी मुड़ जाते ,

जाने क्या सोचते ? जाने क्या खोजते ? 

इतने सारे मोड़ों को ,कैसे याद रखते ? 

 

जीवन हमारा तो ,कुछ खोज ना पाता ,

दिल के प्यारे जहां को ,ना दिमाग के आसमां को | 

 

प्यारा जहां -- जहाँ  नफरतों का ,नामो निशां ना हो ,

जहाँ प्यार ही प्यार ,हवाओं में उड़ता हो ,

सभी के दिलों को छूकर ,अपना बसेरा बनाता हो | 


जहाँ नफरतों के लिए ,कोई जगह ना हो ,

दिल -दिमाग दोनों ,होठों पर मुस्कानें बिखराते हों ,

आँखों में चमक ,जुबां पर प्यार भरे नगमे ,

और गीत गुनगुनाए जाते हों ,

साथ में हम भी ,बंजारे बन जाते हैं ,बंजारे बन जाते हैं | 


Monday, June 5, 2023

CHOONAR ( CHANDARAMA )

 

                             चूनर 


शाम ढली ,हुई रात उजागर ,

फैली चाँदनी ,मुस्काए चंदा - तारे ,

नभ  की छाया चाँदनी ,उतरी धरती पर ,

तभी कहा चाँदनी ने सबसे ,आ - रे , आ - रे | 


मनमोहक नभ को देखा सबने ,

धरावासियों ने देखा मुस्का के ,

संग में उनके देखा धरा ने ,

तभी कहा चाँदनी ने सबसे ,आ - रे ,आ - रे | 


कही चाँद ने ,तारों से एक बात ,

झिलमिल - झिलमिल ,तुम हो जाओ ,

तभी कहा चाँदनी ने सबसे ,आ - रे ,आ - रे | 


चाँदनी भेजी चाँद ने ,नभ से धरा पर ,

उजली ,चमकीली चाँदनी ,फैली धरा पर ,

धरा ने मानो ओढ़ ली ,चूनर चाँदनी की ,

तभी कहा चाँदनी ने सबसे ,आ - रे ,आ - रे | 


Sunday, June 4, 2023

JAL HI JAL ( JALAD AA )

 

                      जल ही जल 


बदरा रे ,तू कहाँ से लाया इतना जल ? 

सारी धरती तूने  कर दी जल ही जल | 


कोई समंदर किया क्या रीता ? 

बना क्या तू ,धरा का मीता ? 

जो तूने किया ,धरा को जल ही जल | 


कैसे इतना किया तूने भार वहन ? 

कैसे उड़ा तू ले के ,जल को बिना वाहन ? 

कैसे किया तूने ,सारी धरा को जल ही जल ? 


तू तो इतना कोमल बदरा ,कैसे जल को उठाए तू ? 

तू तो श्यामल रंग बदरा ,दामिनी को भी भिगाए तू ,

दामिनी के होते तूने ,बदरा  कैसे उठाया जल ? 


धरा को सारा जल देकर ,कहाँ पे उड़ जाता है तू ? 

नहीं दिखाई देता हमको ,कहाँ पे छिप जाता है तू ? 

तू तो बदरा देता दिखाई तभी ,जब तू लाता है जल | 


Saturday, June 3, 2023

TOOFAAN ( DOHA )

 

                              तूफान 


आए जब तूफान तो ,दुनिया ही हिल जाय ,

अपनों के रिश्तों का ,असली रंग दिखाय || 


तूफानी मौसम में ,कोई ना संग निभाय ,

देखो तो मुँह फेर के ,रस्ता बदल वो जाय || 


पग रखो तुम फूँक के ,कहीं फिसल ना जाय ,

गिरे जो तुम फिसल के ,कोई ना हाथ बढ़ाय || 


ईश्वर एक तूफान है ,पल - पल साथ निभाय ,

हुआ अभी जो ख़त्म तो ,नया जन्म ले आय || 


ईश्वर ही तो जन्म दे ,वो ही रखे ख्याल ,

वो ही तो पग - पग तेरा ,पूरा साथ निभाय || 


Thursday, June 1, 2023

GOONJ UTHAA ( RATNAAKAR )

 

                       गूँज उठा 


रवि की किरणें ,उतरीं जब धरा पर ,

सुनहरा कर दिया सभी को ,

अँगड़ाई ले सभी जन जागे ,

पंछियों की चहचहाहट से ,गूँज गया संसार | 


सागर की लहरें ,मचल - मचल कर शोर मचाएँ ,

ऐसा लगा वो करेंगी ,साहिल को पार ,

लहरों के शोर से ,गूँज उठा संसार | 


बीच में सागर ,लगता शांत सा ,

मगर किनारों पर ,इठलाती ,बलखाती लहरें हैं ,

गीली - गीली रेत पर ,पैरों के निशान हैं ,

उन निशानों में छिपा है ,

एक गूँजता संसार , एक गूँजता संसार |