Monday, June 5, 2023

CHOONAR ( CHANDARAMA )

 

                             चूनर 


शाम ढली ,हुई रात उजागर ,

फैली चाँदनी ,मुस्काए चंदा - तारे ,

नभ  की छाया चाँदनी ,उतरी धरती पर ,

तभी कहा चाँदनी ने सबसे ,आ - रे , आ - रे | 


मनमोहक नभ को देखा सबने ,

धरावासियों ने देखा मुस्का के ,

संग में उनके देखा धरा ने ,

तभी कहा चाँदनी ने सबसे ,आ - रे ,आ - रे | 


कही चाँद ने ,तारों से एक बात ,

झिलमिल - झिलमिल ,तुम हो जाओ ,

तभी कहा चाँदनी ने सबसे ,आ - रे ,आ - रे | 


चाँदनी भेजी चाँद ने ,नभ से धरा पर ,

उजली ,चमकीली चाँदनी ,फैली धरा पर ,

धरा ने मानो ओढ़ ली ,चूनर चाँदनी की ,

तभी कहा चाँदनी ने सबसे ,आ - रे ,आ - रे | 


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