मुस्कानें
होठों पे मुस्कान लिए मैं ,चलती गई एक राह पर ,
जो देखे वो भी मुस्का दे ,बढ़ जाए मेरी मुस्कान |
खुश वो हो जाए जो देखे ,मेरे होठों की मुस्कान ,
इसी तरह मैं रही बाँटती ,पूरे ही रस्ते मुस्कान |
पल - पल ,छिन - छिन बढ़ती गई ,मेरे होठों की मुस्कान ,
आओ दोस्तों ,तुम भी आओ ,बाँटो तुम भी ये मुस्कान |
बाँटोगे मुस्कान तो बंधु ,बढ़ेगी तुम्हारी भी मुस्कान ,
जीवन भर जाएगा मुस्कानों से ,बाँटोगे जो तुम मुस्कान |
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