Tuesday, February 25, 2025

MUKTII ( AADHYAATMIK )

 

                                 मुक्ति 


प्रेम साधना कर लो बंधु ,जग के पालनहार से ,

ये साधना की जो तुमने , तो भक्ति है ,

यदि समझे साधना को , तो शक्ति है , 

और यदि पा गए उसे , तो मुक्ति है  || 


भक्ति ही तो तुम्हारी शक्ति है ,

इसी शक्ति से ही  तो , तुम बलशाली बनोगे ,

मुक्ति पा कर ही तो  तुम ,

कर लोगे इस भवसागर  को पार दोस्तों  || 


जिंदगी के इस रूप को , अपना लो ,

जीवन सुंदर और सबल , बना लो , 

तभी तो तुम उस , रचनाकार की ,

छत्र छाया में रहकर उसका , प्यार पा लो  || 

 

Monday, February 24, 2025

LAKEEREN ( JIVAN )

      

                                लकीरें 


लकीरों की कहानी भी , अलग है दोस्तों ,

मस्तक की लकीरें , आपकी चिंता बयान करती हैं  ,

 उन्हें देख कर ,कोई भी जान जाएगा ,

आप चिंतित हैं दोस्तों  || 

 

हाथों की लकीरें ,आपका भाग्य बयान करती हैं ,

 उन्हें पढ़ने की  ,शक्ति रखने वाला ,

आपके भाग्य का ,वर्णन कर देगा दोस्तों  || 

 

रिश्तों में खिंची लकीरें ,रिश्तों की दरारें बयान करती हैं ,

हर कोई उन्हें देख कर जान जाएगा ,

रिश्ते टूटने के कगार पर हैं दोस्तों  || 

 

धरती पर खिंची लकीरें , बाँट देती हैं धरा को ,

घरों को  , राज्यों को , देशों को  ,

हर कोई उन्हें देख कर ,

सरहदों को पहचान जाएगा दोस्तों  || 

 

Sunday, February 23, 2025

JHOOLE MELE KE ( KSHANIKAA )

 

                                झूले मेले के 


मेले में ऊँचे झूले में , कभी बैठे हो दोस्तों  ?

वह झूला नीचे आता है , फिर  ऊपर जाता  है ,

ऐसे ही झूला घूमता जाता है दोस्तों  || 

 

जब ऊपर जाता है , दूर तक मेला दिखता है ,

नीचे आते हुए ,हवा का तेज झोंका मिलता है ,

ऐसे ही झूला घूमता जाता है दोस्तों  || 

 

नीचे आते हुए ,ऊपर जाते हुए ,

दिल की धड़कनें ,बदलती जाती हैं ,

कभी तेज होती हैं ,कभी धीमे होती हैं  ,

ऐसे ही धड़कनों की ,गति बदलती जाती है दोस्तों  || 

 

जिंदगी के रास्तों में भी , झूले के समान ,

उतार - चढ़ाव आते हैं दोस्तों  ,

ये उतार - चढ़ाव ही ,जीवन में बदलाव लाते  हैं  ,

उन्हीं उतार - चढ़ाव से ,जीवन में ,

सभी भाव भी बदलते हैं दोस्तों  || 

 

उन्हीं भावों से जीवन में ,चमकने वाले ,

सभी इंद्रधनुष ,जीवन में रंग और ,

खुशियों भर जाते हैं ,साथ ही ,

होठों पर मुस्कानें ,खिला जाते हैं दोस्तों  || 

 

 

 

 

Saturday, February 22, 2025

SAMASYAA ( KSHANIKAA )

 

                          समस्या 


समस्या कोई भी आए ,डरो मत ,

हौसलों को प्रयासों में ,बदल दो ,

समस्या को उन पर ,ना होने देना हावी || 

 

समस्या कोई भी हो , हो जाएगी उड़न छू ,

प्रयास भी खुश हो , जाएगा  तुम्हारा ,

हौसले तो दोस्तों ,खिलखिलाएँगे || 

 

जिनके पास हौसला ,नहीं है ,

वही पस्त हो जाते हैं ,दोस्तों ,

इसलिए हौसलों को , बुलंद रखो दोस्तों || 

 

जिन्हें प्रयास करने में ,आलस है ,

उनकी समस्याएँ तो बढ़ती ही ,जाती हैं ,

तो समस्याएँ  एक सागर का , रूप ले लेती हैं  ,

 और उन आलसियों को अपने में , डुबा लेती हैं  || 


Friday, February 21, 2025

GUNGUNAATE RAHO ( KSHANIKAA )

 

                          गुनगुनाते रहो 


जिंदगी के हर पल को ,बना लो दिल की धड़कन ,

जिससे हर पल तुम ,जिंदगी जीते रहो ,

जिंदगी की राह को ,पार कर के  पहुँचो ,

अपनी मंजिल पर ,जिस से  सफलता पाते रहो  || 


तभी तो धड़कनें तुम्हारी ,खुश रहेंगी ,

तभी तो धड़कनें तुम्हारी ,गुनगुनाती रहेंगी ,

उन्हीं के साथ , तुम भी तो , 

मुस्कुराते रहो , गुनगुनाते रहो  || 


कीमत जानो तुम , मुस्कानों की ,

कीमत जानो तुम , गुनगुनाने की ,

तभी तो तुम जीवन में , खुश रह पाओगे ,

तभी तो तुम जीवन में , खिलखिलाओगे ,

तो बंधु मुस्कुराओ , खिलखिलाओ ,

और गीत , संगीत गाते  रहो , गुनगुनाते रहो  || 

Thursday, February 20, 2025

BATIYAA LO ( KSHANIKAA )

 

                               बतिया लो 


वक्त ने आज मुझसे मुलाकात की दोस्तों ,

कहा आज दो घड़ी बतिया लो मुझसे ,

मैं चला जाऊँगा तो फिर नहीं आऊँगा दोस्तों  ||  


मैं कहीं भी रुक नहीं सकता हूँ दोस्तों ,

पता नहीं ,फिर जब मिलूँगा तो क्या हो  ?

पता नहीं ,उस समय मैं तुम्हें हँसाऊँगा या रुलाऊँगा  ?

इसीलिए आज ही तुम बतिया लो दोस्तों  || 

 

आज तो हम दोनों के ,होठों पर मुस्कानें हैं ,

मीठे गीत हैं ,मीठे बोलों के तराने हैं ,

तो आज ही तुम मुझसे ,बतिया लो दोस्तों  || 

 

सभी की सोच बदलती जाती है ,

सभी की जिंदगी ,प्यार में डूबती चली जाती है ,

तो आज ही तुम मुझसे बतिया लो दोस्तों  || 

 

इन्हीं मुस्कानों को ,होठों पे सजाए रखो ,

दिल में प्यार को ,बसाए रखो दोस्तों ,

ये कहते हुए वक्त ने , फिर से बोला ,

तो आज  ही तुम मुझसे ,बतिया लो दोस्तों  || 


Wednesday, February 19, 2025

UJIYAALE PATH ( KSHANIKAA )

 

                          उजियाले पथ 


दुनिया में कोई नहीं ,सर्वगुण संपन्न ,

कुछ - कुछ कमी ,सभी में होती  दोस्तों ,

अपनी कमी को दूर  करने की कोशिश करो ,

और दूजों की कमियों को ,स्वीकार करो दोस्तों  || 

 

मदद के लिए ,हाथ बढ़ाओ जरूर ,

मगर उम्मीदों को ,सीढ़ी मत बनाओ दोस्तों ,

जरूरत पड़ने पर ,ईश्वर को याद करो ,

कोई गर हाथ बढ़ाए तो ,प्यार से थामों दोस्तों  || 

 

अपनी मुस्कानों को बनाए रखो ,

कभी भी उन्हें गायब मत होने दो दोस्तों ,

ये मुस्कानें ही तुम्हें मंजिलों की राहों  ,

के उजियाले और आसान ,पथ दिखलाएँगी दोस्तों ,

 

जो कुछ तुम्हें मिला है जीवन में ,

भर लो उस सब को , झोली में दोस्तों ,

सोचो जो कुछ तुम्हें मिला है ,

वही तो सबसे सुंदर है दोस्तों  ||