बदलाव
जीवन का पथ बदल गया है ,
अनजाना सा पथिक चला ,
नहीं पता है दिशा राह की ,
नहीं ज्ञात गहरी ऊँचाई ॥
है मिठास अनजानी सी ,
नयी - नयी सी राहों में ,
आ जाएंगी खुशियाँ शायद ,
अपनी फैली बाँहों में ॥
प्यार फैल जाएगा ऐसे ,
ठंडक फैले छाँवों में ,
ज्यों हरियाली फैली हो ,
हरे - भरे से गाँवों में ॥
पर फिर भी अनजाना रस्ता ,
बढ़ता आता आगे को ,
एक नयी सी राह बुलाती ,
रुके पथिक को आगे को ॥
खुलते अनचीन्हे से दरीचे ,
कहते आगे - आगे बढ़ते आओ ,
रंग - बिरंगी छाया होगी ,
फूल बिछेंगे राहों में ॥
जीवन का पथ बदल गया है ,
अनजाना सा पथिक चला ,
नहीं पता है दिशा राह की ,
नहीं ज्ञात गहरी ऊँचाई ॥
है मिठास अनजानी सी ,
नयी - नयी सी राहों में ,
आ जाएंगी खुशियाँ शायद ,
अपनी फैली बाँहों में ॥
प्यार फैल जाएगा ऐसे ,
ठंडक फैले छाँवों में ,
ज्यों हरियाली फैली हो ,
हरे - भरे से गाँवों में ॥
पर फिर भी अनजाना रस्ता ,
बढ़ता आता आगे को ,
एक नयी सी राह बुलाती ,
रुके पथिक को आगे को ॥
खुलते अनचीन्हे से दरीचे ,
कहते आगे - आगे बढ़ते आओ ,
रंग - बिरंगी छाया होगी ,
फूल बिछेंगे राहों में ॥
No comments:
Post a Comment